अभिषेक कुमार, गया
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के ब्राह्मण विरोधी बयान पर तूफान मचा हुआ है। आज जीतन राम मांझी ने बोधगया में अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए धमकी भरे अंदाज में कहा कि कई लोग मेरी जीभ उखाड़ लेने के लिए 11 लाख रुपया इनाम रखे हैं तो कई लोग मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं धमकी से डरने वाला नहीं हूं। हमने उन भ्रष्ट और व्यभिचारी पंडितों के बारे में कहा है जो रात के अंधेरों में शराब पीते हैं , मांस खाते हैं और ब्राह्मण के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाते हैं। मुख्यमंत्री रहे जीतन राम मांझी आज अनाप-शनाप बयान के वजह से सुर्खियां बटोरने में सस्ती लोकप्रियता की नाकाम कोशिश हमेशा करते रहे हैं। यही वजह है कि आज एक बार फिर अपने ही बड़बोले पन के वजह से ब्राह्मण समाज से उपेक्षा का शिकार बन चुके हैं। ब्राह्मणों में आक्रोश के वजह से खुलकर ब्राह्मण समाज जीतन राम मांझी का विरोध कर रहा है। राजनैतिक बिगड़ते समीकरण को देखकर जीतन राम मांझी सुर्खियों में आ चुके हैं। अपने दिए गए बयान पर कभी पलटते नजर आते हैं तो कभी रफू करते दिखते हैं। ऐसे में जीतन राम मांझी का अगड़ी जातियों से मोह भंग होता दिख रहा है , यही वजह है कि अपने दिए गए अनर्गल बयान को पैच अप करने के लिए हर बार माफी मांगते दिख रहे हैं तो कहीं सफाई देते नजर आ रहे हैं।